Published on: 14 Oct 2025
राष्ट्र निर्माण में करों की भूमिका विषय पर सेमिनार का आयोजन।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर में वाणिज्य विभाग एवं विश्वविद्यालय की लेखा शाखा के द्वारा संयुक्त रूप से एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें आयकर अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों एवं राष्ट्र निर्माण में इसकी भूमिका विषय पर चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में गुरुग्राम रेंज से जॉइंट कमिश्नर इनकम टैक्स (TDS) श्रीमती सुधा यादव (IRS) ने मुख्य वक्ता एवं अतिथि के रूप में शिरकत की। इसके अतिरिक्त रोहतक से आयकर अधिकारी टीडीएस श्री जगदीप सिंह विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर दिलबाग सिंह ने की।
सर्वप्रथम प्रोफेसर दिलबाग सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और आयकर विषय के बारे में जानकारी होने के महत्व पर जोर दिया।
मुख्य अतिथि श्रीमती सुधा यादव ने कौटिल्य के अर्थशास्त्र का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी भी देश की शासन व्यवस्था को ठीक प्रकार से चलाने के लिए करों से मिलने वाली आय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि आज के समय में सरकार कल्याणकारी राज्य की भूमिका में है और कर व्यवस्था को निरंतर सरल बनाने का कार्य कर रही है।
उनके पश्चात चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री सचिन भूटानी ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से आयकर के विभिन्न प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया और विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की तरफ से पूछे गए प्रश्नों का उत्तर भी दिया। आयकर अधिकारी श्री जगदीप सिंह ने कहां की आज के युग में प्राचीन व्यवस्था के मुकाबले करों का बोझ काफी कम कर दिया गया है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन का धन्यवाद भी किया।
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी श्री अनिल कुमार ने सभी मेहमानों का धन्यवाद किया और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम सभी के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं।
वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रविंद्र, प्रोफेसर तेज सिंह एवं प्रोफेसर संजय हुड्डा के द्वारा मुख्य अतिथि एवं वक्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत भी किया गया। इस अवसर पर आयकर विभाग की तरफ से इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार, श्री नवनीत सिंह एवं सीनियर एडवोकेट श्री नरेश अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय की लेखा शाखा से अकाउंट ऑफिसर श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री योगेश चावला, श्री राम मुकेश, लेखराम एवं जितेंद्र उपस्थित रहे। वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग से शिक्षक शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।